नाइट्रोजन चक्र (Nitrogen Cycle) का सारांश: नाइट्रोजन चक्र के बारे में सब कुछ जानें

नाइट्रोजन चक्र (Nitrogen Cycle) वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से वायुमंडल में मौजूद नाइट्रोजन को विभिन्न रासायनिक रूपों में परिवर्तित किया जाता है, जिसका उपयोग जीव करते हैं, और फिर इसे वापस वायुमंडल में छोड़ दिया जाता है। इस चक्र में चार मुख्य चरण होते हैं:
1️⃣ चरण 1: नाइट्रोजन फिक्सेशन (Nitrogen Fixation) ✅ वायुमंडल से नाइट्रोजन गैस (N_2) को नाइट्रोजन-फिक्सिंग बैक्टीरिया (nitrogen-fixing bacteria) द्वारा सीधे पौधों के उपयोग योग्य रूपों, जैसे कि अमोनिया (NH_3) या अमोनियम आयनों (NH_4 + ) में परिवर्तित किया जाता है। 2️⃣ चरण 2: नाइट्रीकरण (Nitrification) ✅ इस प्रक्रिया में, नाइट्रिफाइंग बैक्टीरिया (nitrifying bacteria) अमोनिया (NH_3) या अमोनियम आयनों (NH_4 + ) को पहले नाइट्राइट (NO_2 – ) में और फिर पौधों के लिए सबसे आसानी से उपलब्ध रूप, नाइट्रेट (NO_3 – ) में परिवर्तित करते हैं। 3️⃣ चरण 3: अमोनीकरण (Ammonification) ✅ जब पौधे और जानवर मर जाते हैं, या जब जानवर अपशिष्ट (जैसे यूरिया और यूरिक एसिड) छोड़ते हैं, तो अपघटन (decomposition) के माध्यम से नाइट्रोजन वापस मिट्टी में आ जाता है। डीकंपोजर बैक्टीरिया इस कार्बनिक नाइट्रोजन को अमोनिया (NH_3) या अमोनियम आयनों (NH_4 + ) में परिवर्तित करते हैं। 4️⃣ चरण 4: विनाइट्रीकरण (Denitrification) ✅ विनाइट्रीकरण (denitrifying) बैक्टीरिया नाइट्रेट (NO_3 – ) को वापस गैसीय नाइट्रोजन (N_2) में परिवर्तित करते हैं, जो वायुमंडल में चला जाता है। यह चक्र को पूरा करता है। सारांश प्रवाह (Summary Flow): नाइट्रोजन (N_2) → अमोनिया/अमोनियम आयन (NH_3/NH_4 + ) → नाइट्राइट (NO_2 – ) → नाइट्रेट (NO_3 – ) → विनाइट्रीकरण (Denitrification) → नाइट्रोजन (N_2)