शिलुओडू बांध (Xiluodu Dam) – चीन का दूसरा सबसे बड़ा पनबिजली स्टेशन (China’s Second-Largest Hydroelectric Power Station)

शिलुओडू बांध (Xiluodu Dam) – चीन का दूसरा सबसे बड़ा पनबिजली स्टेशन (China’s Second-Largest Hydroelectric Power Station)

ताकतवर शिलुओडू बांध: चुपचाप प्रगति को आगे बढ़ाना

क्या आपने कभी शिलुओडू बांध के बारे में सुना है? यह थ्री गॉर्जेस जितना प्रसिद्ध नहीं है, लेकिन ईमानदारी से कहें तो यह उतना ही आकर्षक है। जिनशा नदी (Jinsha River)—यांग्त्ज़ी नदी के ऊपरी हिस्से—में स्थित यह बांध, बिजली पैदा करने के अलावा और भी बहुत कुछ करता है।


2013 में बनकर तैयार हुआ यह बांध लगभग 285.5 मीटर ऊंचा है, जो कि... विशाल है। यह चीन का दूसरा सबसे बड़ा पनबिजली संयंत्र है, और विश्वास करें या नहीं, यह लगभग 13,860 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन करता है। यह पूरे क्षेत्रों को रोशन करने के लिए पर्याप्त है।


लेकिन बात यह है—यह सिर्फ ऊर्जा के बारे में नहीं है।

एक नजर में: क्या शिलुओडू को अलग बनाता है

  1. स्थान (Location): सिचुआन और युन्नान प्रांतों के बीच जिनशा नदी
  2. डिज़ाइन (Design): डबल-कर्व्ड आर्क डैम
  3. ऊंचाई (Height): 285.5 मीटर (937 फीट)
  4. आउटपुट (Output): लगभग 13,860 मेगावाट बिजली
  5. राष्ट्रीय रैंक (National Rank): चीन की दूसरी सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना, थ्री गॉर्जेस डैम (Three Gorges Dam) के बाद


यह जितना आप सोचते हैं उससे कहीं अधिक करता है:

अधिकांश लोग एक बांध को देखकर "बिजली" सोचते हैं, और हाँ—यह वह करता है। लेकिन शिलुओडू बांध यह भी करता है:

  1. भारी बारिश के दौरान बाढ़ को नियंत्रित करता है
  2. जब सूखा पड़ता है तो शहरों और खेतों के लिए पानी जमा करता है
  3. नदी में गाद (sediment) का प्रबंधन करता है ताकि वह निचले इलाकों में परेशानी न करे
  4. यह चुपचाप पर्दे के पीछे काम कर रहा है, उन तरीकों से मदद कर रहा है जिन्हें हम आमतौर पर नोटिस नहीं करते हैं।


आज यह क्यों महत्वपूर्ण है:

एक ऐसी दुनिया में जो (आखिरकार) जलवायु परिवर्तन पर ध्यान दे रही है, ऐसी परियोजनाएं पहले से कहीं अधिक मायने रखती हैं। कोयले से चलने वाले संयंत्रों की जगह लेकर, शिलुओडू वास्तव में प्रदूषण को कम करने और चीन को एक हरे-भरे ऊर्जा भविष्य के करीब लाने में मदद कर रहा है।