गुरु शिष्य परंपरा योजना (Guru Shishya Parampara Scheme)

यह योजना संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) द्वारा "गुरु-शिष्य परंपरा को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय सहायता (रिपर्टरी ग्रांट)" के तहत कार्यान्वित की जा रही है।

यह गुरु के मार्गदर्शन में कलाकारों (शिष्यों) को प्रशिक्षण देने वाले सांस्कृतिक संगठनों (cultural organizations) को वित्तीय सहायता (financial assistance) प्रदान करती है। इसमें संगीत, नृत्य, थिएटर, लोक कला आदि शामिल हैं।

  • पात्रता (Eligibility): देश भर के सांस्कृतिक संगठन जो गुरु-शिष्य परंपरा का पालन करते हैं, वे आवेदन करने के पात्र हैं।
  • लक्षित समूह (Target Group): यह योजना नृत्य, संगीत, थिएटर और पारंपरिक कला रूपों में 3 वर्ष और उससे अधिक आयु के शिष्यों का समर्थन करती है।
  • वित्तीय सहायता (Financial Assistance): यह योजना प्रत्येक गुरु/निदेशक के लिए प्रति माह ₹15,000 की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। प्रत्येक गुरु के तहत थिएटर में अधिकतम 18 शिष्य और संगीत और नृत्य में 10 शिष्य सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
  • उद्देश्य (Objective): इसका लक्ष्य पारंपरिक गुरु-शिष्य परंपरा का पालन करते हुए शिष्यों को उनके संबंधित गुरुओं द्वारा नियमित प्रशिक्षण सुनिश्चित करना है।