पीएम का स्वतंत्रता दिवस भाषण 2025 - मुख्य बिंदु (Key Highlights)

संदर्भ (Context)
पीएम मोदी ने लाल किले (Red Fort) से अपना 12वां लगातार स्वतंत्रता दिवस भाषण दिया।
राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता, युवा सशक्तिकरण और एक जनसांख्यिकी मिशन (demographic mission) पर ध्यान केंद्रित किया।
प्रमुख घोषणाएँ और विषय (Major Announcements & Themes)
उच्च-शक्ति वाला जनसांख्यिकी मिशन (High-Powered Demography Mission)
- भारत की जनसांख्यिकी को बदलने के लिए एक "जानबूझकर साजिश" ("deliberate conspiracy") का मुकाबला करने के लिए।
- सांप्रदायिक (communal) रंग की चिंताएँ बढ़ाता है - विकास दर में असमानताओं और अनिर्दिष्ट प्रवासन की ओर इशारा करता है।
आत्मनिर्भरता और विकास (Self-Reliance & Development)
• रक्षा, प्रौद्योगिकी और अर्थव्यवस्था में आत्मनिर्भरता (Atmanirbharta) पर जोर दिया।
• पिछले वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा और बुनियादी ढाँचे (infrastructure) में हुई विकासात्मक प्रगति की जानकारी दी।
रक्षा और सुरक्षा (Defence & Security)
• ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) (स्वदेशी हथियारों की सफलता) के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की।
• मिशन सुदर्शन चक्र (Mission Sudarshan Chakra) की घोषणा - 2035 तक स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली (indigenous air defence system)।
• पाकिस्तान को आतंकवाद और सीमा पार हमलों के खिलाफ चेतावनी दी।
• माओवादी विद्रोह (Maoist insurgency) के खिलाफ हाल की सफलताओं का उल्लेख किया।
आर्थिक उपाय (Economic Measures)
• मौजूदा आर्थिक चुनौतियों को स्वीकार किया।
• दिवाली 2025 तक अगली पीढ़ी के जीएसटी (GST) सुधारों की घोषणा → कर बोझ कम करना, व्यापार को बढ़ावा देना।
• अमेरिकी टैरिफ वृद्धि (U.S. tariff hikes) (भारतीय वस्तुओं पर 50% तक) को संबोधित किया, मजबूत घरेलू पुनरुत्थान का वादा किया।
अंतर्निहित स्वर (Underlying Tone)
विकास और सुरक्षा का आश्वासन देते हुए, पीएम ने सांप्रदायिक जनसांख्यिकीय खतरों को उजागर करके आशंका भी व्यक्त की।
भाषण ने नीतिगत फोकस (GST, रक्षा, युवा, अर्थव्यवस्था) के साथ वैचारिक स्थिति (आरएसएस प्रशंसा, जनसांख्यिकीय चेतावनी) को संतुलित किया।
मुख्य संदेश: राष्ट्रीय शक्ति = स्वदेशी क्षमता + सुरक्षा लचीलापन।
यह भाषण भारत की दोहरी चुनौती को दर्शाता है: आर्थिक जरूरतों को पूरा करना और वैचारिक और सुरक्षा कथाओं को नेविगेट करना।