मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (Soil Health Card Scheme) 2025

मृदा स्वास्थ्य कार्ड (SHC) योजना (Scheme)
शुरुआत (Launched): 19 फरवरी 2015 (PM मोदी, सूरतगढ़, राजस्थान)
विलय (Merged): राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (Rashtriya Krishi Vikas Yojana) के साथ (2022–23)
कवरेज (Coverage): भारत के सभी किसान (All farmers in India)
उपलब्धियाँ (Achievements) (2025 तक):
- 25 करोड़ से अधिक कार्ड जारी, ₹1706.18 करोड़ जारी किए गए
- 8,272 मिट्टी प्रयोगशालाएँ (soil labs); 290 लाख हेक्टेयर का मानचित्रण (mapped)
- 1,987 उर्वरता मानचित्र (fertility maps); 1,021 स्कूल, 1.3 लाख छात्रों को प्रशिक्षित किया गया
SHC क्या प्रदान करता है (What SHC Provides):
- 12 मापदंडों (parameters) (मैक्रो, माइक्रो, पीएच, ईसी, ओसी) का परीक्षण करने वाली 3 साल की रिपोर्ट
- उर्वरक/जैविक इनपुट की सिफारिशें (recommendations), हर 2 साल में अपडेट की जाती हैं
उद्देश्य (Objectives):
- पोषक तत्वों के अंतराल को ठीक करना, उर्वरक के उपयोग में सुधार
- प्रयोगशालाओं और प्रशिक्षण को मजबूत करना
- संतुलित, जलवायु-लचीली (climate-resilient) कृषि को बढ़ावा देना
तकनीकी उन्नयन (Tech Upgrades):
- SHC पोर्टल/ऐप (22 भाषाओं, भू-टैगिंग, क्यूआर कोड के साथ)
- जीआईएस मिट्टी के नक्शे; 665 ग्राम-स्तरीय प्रयोगशालाएँ (SHGs, FPOs, youth)
प्रभाव (Impact):
- नालंदा के किसान ने SHC के मार्गदर्शन से अपनी पैदावार में 16% की वृद्धि की
महत्व (Significance):
- लागत में कटौती, पैदावार में वृद्धि
- जैविक खेती को बढ़ावा, मिट्टी के क्षरण को रोकना
- डेटा-संचालित टिकाऊ खेती को सक्षम बनाना